NCTE Takes Action On B.Ed. Colleges: छात्र सावधान! अवैध बी.एड कॉलेजों में प्रवेश लेने पर डिग्री होगी अमान्य

NCTE Takes Action On B.Ed. Colleges:आगामी 2025-26 सत्र में बी.एड करने की योजना बना रहे सभी छात्रों को यह बात याद रखनी चाहिए कि कई कॉलेज जो बी.एड की पढ़ाई कराते थे, उनकी एनसीटीई मान्यता रद्द कर दी गई है। ये कॉलेज बिना नियमों का पालन किए छात्रों को बी.एड कोर्स करवा रहे थे। इसलिए, एनसीटीई ने इन अवैध कॉलेजों को बी.एड पाठ्यक्रमों की मान्यता प्राप्त सूची से हटा दिया है।

इनमें से ज़्यादातर कॉलेज चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से जुड़े हुए हैं। अब, जिन कॉलेजों को एनसीटीई ने बी.एड कोर्स की सूची से बाहर कर दिया है, वे भविष्य में किसी भी छात्र को बी.एड में दाखिला नहीं दे पाएँगे और न ही बी.एड की डिग्री दे पाएँगे। अगर कोई कॉलेज एनसीटीई के इस आदेश को नहीं मानता है या कोई छात्र गलती से इन अवैध कॉलेजों में बी.एड कर लेता है, तो उसकी बी.एड डिग्री मान्य नहीं होगी। यह बात हर छात्र को ध्यान में रखनी चाहिए।

बी.एड कॉलेज की मान्यता रद्द:

राज्य में कुल 1,059 कॉलेज हैं जो बी.एड की पढ़ाई कराते हैं। अब तक ये संस्थान बी.एड कोर्स चलाते थे और छात्रों को डिग्री देते थे, लेकिन एनसीटीई ने 2025-26 सत्र से 176 कॉलेजों को बी.एड कोर्स चलाने की अनुमति रद्द कर दी है। अब ये 176 कॉलेज नए सत्र में किसी भी छात्र को बी.एड में दाखिला नहीं दे पाएँगे।

दरअसल, एनसीटीई समय-समय पर कॉलेजों को अपनी वैधता साबित करने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ जमा करने को कहता है। लेकिन कई कॉलेज नियमों की अनदेखी करते हैं और ज़रूरी कागज़ात नहीं जमा करते। इसी वजह से एनसीटीई को इन कॉलेजों को अमान्य घोषित करना पड़ा।

छात्रों के लिए चेतावनी:

आपको बता दें कि 1,059 कॉलेजों में से 176 कॉलेजों ने अपनी वैधता साबित नहीं की, इसलिए एनसीटीई ने केवल उन्हीं कॉलेजों को मान्यता दी है जिन्होंने सभी दस्तावेज़ जमा किए। एनसीटीई ने 27 जून 2025 को यह सूची जारी की और 176 कॉलेजों को बी.एड कोर्स की सूची से हटा दिया।

वैध कॉलेजों में बी.एड. पूरा करें:

जिन कॉलेजों को एनसीटीई ने अमान्य घोषित किया है, वे पहले बी.एड के साथ-साथ अन्य कोर्स भी चलाते थे। लेकिन अब ये कॉलेज भविष्य में बी.एड या किसी अन्य कोर्स में दाखिला नहीं दे पाएँगे। इससे 2025-26 सत्र में वैध कॉलेजों में दाखिले का दबाव बढ़ जाएगा। हालाँकि, जो छात्र पहले से इन रद्द किए गए कॉलेजों में बी.एड कर रहे हैं, उनकी डिग्री मान्य होगी।

लेकिन अगर कोई छात्र 2025-26 सत्र के बाद इन अवैध कॉलेजों में बी.एड में दाखिला लेता है, तो उसकी डिग्री मान्य नहीं होगी। इसलिए, छात्रों को केवल वैध कॉलेजों में ही दाखिला लेना चाहिए। ये अवैध कॉलेज उत्तर प्रदेश के 6 जिलों में हैं, इसलिए छात्रों को दाखिला लेने से पहले वैध और अवैध कॉलेजों की सूची ज़रूर चेक कर लेनी चाहिए।

बी.एड कोर्स को पूरा करने की अधिकतम समय सीमा 4 साल है। इन 4 सालों में छात्रों को कोर्स पूरा करना होता है और उन्हें अन्य सरकारी सुविधाएँ भी मिलती हैं। लेकिन ये अवैध कॉलेज एनसीटीई के नियम नहीं मानते थे और समय पर कोर्स भी नहीं करवाते थे।

वैध कॉलेज छात्रों को सही समय पर कोर्स पूरा करने में मदद करते हैं और सभी सुविधाएँ देते हैं, लेकिन अवैध कॉलेजों में ये सुविधाएँ नहीं थीं। इसी कारण एनसीटीई ने सभी 1,059 कॉलेजों को अपनी वैधता साबित करने के लिए दस्तावेज़ जमा करने को कहा। जिन 176 कॉलेजों ने नियमों का पालन नहीं किया और सही दस्तावेज़ नहीं दिए, उन्हें अवैध घोषित कर दिया गया।

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