Old Pension Scheme News Today: राज्य सरकार किसी भी तरह से पुरानी पेंशन योजना को दोबारा लागू करने की कोशिश नहीं कर रही है। केंद्र सरकार नई पेंशन योजना के जरिए देश के सभी रिटायर हुए कर्मचारियों और शिक्षकों को पेंशन देना चाहती है,
लेकिन देश में शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों का एक समूह इसका जोरदार विरोध कर रहा है। वे चाहते हैं कि उनकी पेंशन पुरानी पेंशन योजना के हिसाब से मिले, लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। इसलिए राज्य और देश के अलग-अलग विभागों से जुड़े सरकारी कर्मचारियों और शिक्षक संघों ने एक बड़े आंदोलन का ऐलान किया है।
पुरानी पेंशन योजना को लेकर सरकार और कर्मचारियों के बीच तनाव:
इस आंदोलन के जरिए वे पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने राज्य और देश के सभी शिक्षक संघों और सरकारी कर्मचारियों से इस आंदोलन में एकजुट होकर शामिल होने का अपील किया है। देश के विभिन्न विभागों से जुड़े सरकारी कर्मचारियों और शिक्षक संघों का यह आंदोलन सिर्फ ऑफलाइन तक ही सीमित नहीं है, उन्होंने कहा है कि यह आंदोलन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से चलता रहेगा।
उन्होंने यह भी कहा है कि अगर सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को वापस नहीं लाया तो वे बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। इस बीच शिक्षको इस आंदोलन में शामिल होने की वजह से देश के कई स्कूलों में पढ़ाई को काफी नुकसान पहुंच रहा है। अब देखना यह है कि क्या केंद्र सरकार आखिरकार कर्मचारियों और शिक्षको की इन मांगों को मानेगी!
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आंदोलन को और बड़ा बनाने के लिए देश के दूसरे राज्यों के शिक्षको और सरकारी कर्मचारियों से भी इसमें शामिल होने का आह्वान किया है। उन्होंने सितंबर से नवंबर तक अलग-अलग कार्यक्रमों की योजना भी बनाई है। इन कार्यक्रमों के जरिए वे सरकार को यह बताना चाहते हैं कि वे नई पेंशन योजना के तहत पेंशन नहीं लेना चाहते।
अगर सरकार प्रदर्शनकारियों की मांगें नहीं मानती तो 5 सितंबर को प्रदेश और देश के सभी शिक्षक पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने की अपील को लेकर भूख हड़ताल करेंगे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने 1 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन करने की भी योजना बनाई है।
ऑनलाइन से दिल्ली चलो अभियान:
अगर सरकार 5 सितंबर और 1 अक्टूबर के विरोध प्रदर्शनों के बाद भी उनकी अपील मानने से इनकार करती है तो वे 25 नवंबर को “दिल्ली चलो आंदोलन” में शामिल होंगे। 25 नवंबर को देश भर के अलग-अलग सरकारी कर्मचारियों और शिक्षको को एकजुट होकर “दिल्ली चलो आंदोलन” को मजबूत करने का आह्वान किया गया है।
इस बीच आंदोलन को और ताकत देने के लिए प्रदर्शनकारी ट्विटर और दूसरे ऑनलाइन ऐप्स के जरिए मुहिम चला रहे हैं और पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने की अपील कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की अपील है कि देश के सभी सरकारी कर्मचारी और शिक्षक नई पेंशन योजना का विरोध करने के लिए एक साथ आएं। पुरानी पेंशन योजना लागू होने से देश के सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों को आर्थिक आजादी मिलेगी। आजकल बढ़ती महंगाई की वजह से परिवार का खर्च चलाना बहुत मुश्किल हो गया है।
सरकार की भविष्य की रणनीति :
इसलिए प्रदर्शनकारियों की सरकार से सिर्फ एक ही अपील है कि उन्हें पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशन मिले। हालांकि पुरानी पेंशन योजना सिर्फ सरकारी कर्मचारियों या शिक्षकों तक ही सीमित नहीं है। यह अपील देश के सभी विभागों के सरकारी कर्मचारियों, खासकर अर्धसैनिक बलों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन योजना में शामिल करने की है।
अभी यह कहना मुश्किल है कि सरकार पुरानी पेंशन योजना को वापस लाएगी या नई पेंशन योजना के जरिए सरकारी कर्मचारियों को पेंशन देगी लेकिन प्रदर्शनकारी 1 अगस्त तक सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। 1 अगस्त के बाद राज्य सरकार के कर्मचारी और शिक्षको नया आंदोलन शुरू कर सकते हैं।

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